5 जनवरी को नकाबपोश भीड़ ने जेएनयू परिसर में खुलेआम छात्र-छात्राओं को मारा. दंडे, रॉड और हथौड़ों के साथ आई भीड़ ने जेएनयू छात्रावासों में जबर्दस्त तोड़-फोड़ की.
रात 9 बजे जेएनयू गेट पर भीड़ इकट्ठा हो गई. जेएनयू जाने वाली सड़कों पर बिजली गुल थी और भीड़ हिंसा का विरोध करने जमा हुए लोगों पर हमला कर रही थी. हमलावर “भारत माता की जय” के नारे लगा रहे थे और लोगों को “नक्सल” और “जामिया के लोग” कह कर पीट रहे थे.
वहां भारी संख्या में दिल्ली पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उसने हमले को नहीं रोका और न हमलावरों को गिरफ्तार किया. जब तक बिजली आती हमलावर वहां से जा चुके थे.